शाहपुरा में बारहठ शहीद शोर्य दिवस मनाया गया
बारहठ परिवार के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता -मेघवाल
बृजेश शर्मा
भीलवाड़ा
मेवाड़ प्लस क्रांतिकारी ठाकुर केसरी सिंह बारहठ जोरावर सिंह बारहठ प्रताप सिंह बारहठ कि स्मृति दिवस पर गुरुवार को त्रिमूर्ति बारेठ स्मारक स्थल पर श्री केसरी सिंह बारहठ स्मारक समिति व अमर शहीद कुंवर प्रताप सिंह बारहठ सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में शौर्य दिवस व त्रिमूर्ति बारहठ सम्मान एवं श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन विधायक कैलाश मेघवाल के मुख्य आतिथ्य व नगर पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी की अध्यक्षता में किया गया।
इस मौके पर प्रधान माया जाट, हिंगलाज दान नादिया अध्यक्ष अखिल भारतीय चारण गढवी युवा महासभा, रोहित देवल अध्यक्ष अखिल भारतीय चारण गढवी युवा महासभा मौजूद रहे। मुख्य वक्ता सत्य नारायण कुमावत थे।
मुख्य अतिथि विधायक कैलाश मेघवाल ने कहा कि बारहठ परिवार पूरा ही देश के लिए न्योछावर हो गया। उनके लिए जितना भी करें वह कम है। इनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। इनके लिए देशवासी व हम जितना भी करें वह कम है। मेघवाल ने त्रिमूर्ति बारहठ स्थल के जीणों द्वार के लिए पनोरमा बनाकर पूर्व में भी भेजा वह स्वीकृत नहीं हुआ। उसको शीघ्र स्वीकृत कराने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने अपने विधायक कोष से पाँच लाख निर्माण कार्य के लिए देने की घोषणा की तथा अमर शहीद कुंवर प्रताप सिंह बारहठ के स्मृति में अपने निजी वेतन से एक लाख स्मारिका निकालने के लिए देने की घोषणा की। प्रधान मंत्री व ग्रहमंत्री को बारहठ क्रांतिकारी के लिए पत्र लिखकर उनके इतिहास को स्थान देने के लिए भी अवगत कराया जाएगा ताकि इन अमर शहीदों को पूरे देश में उच्च स्थान प्राप्त हो।
मुख्य वक्ता सत्य नारायण कुमावत ने बारहठ परिवार के कृतित्व व व्यक्तित्व पर ऐतिहासिक जानकारी देते हुए कहा कि बारहठ परिवार के खून में ही देने का मन है लेने का नहीं। केसरी सिंह को छोटी सी उम्र में ही उनकी दादी मां ने ऐसी लोरियां सुनाई कि अपने देश को ही अपनी मां मानना।
हिंगलाज दान नादिया ने कहा कि केसरी सिंह बारहठ का पूरा परिवार देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ा। देश को गुलामी की दास्ता से आजादी दिलवाई और कहा कि बारहठ परिवार पूरे देश में एक ऐसा अनोखा परिवार है जो देश की आजादी के लिए लड़ा व मर मिटा।
तेरापंथ के मुनि संबोध कुमार ने कहा कि जो अंधेरे को भी चीर कर जो रास्ते दे सकते हैं वही सच्चे शहीद है। बारहठ परिवार के लिए कहा कि उन्होंने पूरे देश के लिए अपने को को जिया। उन्होंने कहा देश की अस्मिता के लिए जीते हैं वह कभी मिटते नहीं। उन्होंने सभी को सभी दस मिनिट देने का आहान किया।
नगर पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी ने कहा बारहठ स्मृति के कार्य में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी तथा उन्होंने जनता से त्रिमूर्ति सर्कल पर वाहन न खड़ा करने व अतिक्रमण नहीं करने की भी अपील की। कार्यक्रम में नवेदिता आईएएस रोहित देवल ने भी विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में त्रिमूर्ति बारहठ सम्मान 2021 का मातृभूमि सेवा संस्था दिल्ली को दिया गया। अतिथियों द्वारा मातृ सेवा संस्था तथा बारहठ सेवा संस्थान के द्वारा प्रकाशित क्रांतिकारी इतिहास के कलैंडरो का भी विमोचन किया गया। अतिथियों का स्वागत समिति के अध्यक्ष रामस्वरूप काबरा, सचिव राम प्रकाश काबरा, अनुज कंटिया, कैलाश चंद्र व्यास, स्वराज सिंह शेखावत, मदन कंवर शर्मा, तथा सेवा संस्थान के अध्यक्ष शंकर लाल जोशी, सचिव कैलाश सिंह जाड़ावत, भगवत सिंह, रामेश्वर लाल धाकड़, रामप्रसाद सेन, गीता काबरा, सरोज राठोड,़ सिमी रणजीत कोर, ने साफा शाल व स्मृति चिन्ह देकर सभी अतिथियों का स्वागत किया।
संचालन परमेश्वर कुमावत व कैलाश कोली ने किया। आभार पूर्व पालिका अध्यक्ष कन्हैयालाल धाकड़ ने किया। इससे पूर्व प्रतिवेदन कैलाश सिंह जाड़ावत ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में गोपाल केसावत, रामप्रसाद जाट, अतुखाँ कायमखानी, राजेश पारीक, लादूराम खटीक, मोहन रेगर, खुशीराम आचायर्, महेन्द्र जैन, राजेश खटीक, निर्मल वर्मा, अरविंद सेन, शिव प्रकाश सोमाणी, शंकरलाल तोषनीवाल, कन्हैया लाल आर्य, संतोष सिंह चौधरी, रामेश्वर लाल बसेर, महावीर दीक्षित, डॉक्टर हरमल रेबारी सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम से पूर्व प्रताप सिंह बारेठ राजकीय महाविद्यालय वीरमाता मणिक कवर बालिका माध्यमिक विद्यालय त्रिमूर्ति स्मारक स्थल पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण किया गया कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम से हुई तथा समापन राष्ट्रगान से किया गया इस अवसर पर देवखेड़ा के लोगों ने विधायक कैलाश मेघवाल व प्रधान माया जाट को देवखेड़ा में स्कूल का नाम केसरी सिंह बारहठ करवाने व मुख्य प्रवेश द्वार बनवाने की मांग को लेकर ज्ञापन भी दिया।
श्री प्रताप सिंह बाहरठ राजकीय महाविद्यालय में छात्रा नेता जयंत जीनगर के नेतृत्व में युवा शक्ति ने शौर्य दिवस पर प्रताप सिंह बाहरठ की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। छात्र नेता विजेंद्र सिंह राणावत ने कहा की दिल्ली के चांदनी चौक में तत्कालीन वायसराय लॉर्ड हार्डिंग पर बम फेंककर अंग्रेजी साम्राज्य को सीधी चुनौती देने की हिमाकत करने वाले देश के अग्रणी पंक्ति के क्रांतिकारी बारहठ बंधु रहे है। अध्यक्ष जयंत जीनगर ने बताया की ख्यातनाम क्रांतिकारी केसरी सिंह बारहठ की 150 वी जयंती वर्ष भी चल रहा है। माल्यार्पण के दौरान शोहेल अख्तर, अमन पौंड्रिक, आदित्य वर्धन सिंह, कैलाश एरवाल, सहित छात्र मौजूद थे।