भीलवाड़ा (सूर्यनारायण)। भारतीय महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले की 192 वीं जयंती पर माली युवा सेवा संस्थान बनेड़ा के सयुक्त तत्वाधान में माता सावित्री बाई फुले सब्जी मंडी में तस्वीर के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलित ,माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये । माली सैनी समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि 19वीं सदी में स्त्रियों के अधिकारों, अशिक्षा, छुआछूत, सतीप्रथा, बाल या विधवा-विवाह जैसी कुरीतियों पर आवाज उठाने वाली, महाराष्ट्र में जन्मीं प्रथम भारतीय महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले जिन्होंने अपने पति दलित चिंतक पिछडो के मसीहा ,महान समाज सुधारक महात्मा ज्योति बा फुले से पढ़कर सामाजिक चेतना फैलाई. उन्होंने अंधविश्वास और रूढ़ियों की बेड़ियां तोड़ने के लिए लंबा संघर्ष किया कुरूतियो को मिटाते हुवे देश मे बालिका शिक्षा की शुरुवात की ऐसी महान महिला के जन्मदिवस पर नमन करते हुवे श्रद्धासुमन अर्पित किए।इ
इनके जन्मदिवस 3 जनवरी को राज्य सरकार व केंद्र सरकार द्वारा महिला शिक्षिका दिवस घोषित करने की मांग करते हुवे , केंद्र सरकार से महात्मा ज्योति बा फुले व माता सावित्री बाई फुले को सयुक्त रूप से देश का सर्वोच्चय सम्मान भारत रत्न देने की मांग की गई। इस दौरान सरपंच सम्पत माली,उपसरपंच देबी लाल जी हिसोड़ा, तहसील अध्यक्ष कन्हैयालाल जी गढ़वाल, संरक्षक कैलाश जी कच्छावा,नगर अध्यक्ष सूरेश जी सोपरिया,उपाध्यक्ष शंकर जी पारेता, भाजपा मंडल उपाध्यक्ष मनीष देराश्री, बाबूलाल पारेता, प्रभू गड़वाल, धीरज सिंह पडियार,बाबू लाल चांगवाल, किशन अलुदीया, गोपाल चांगवाल,विजय सिंह सोलंकी, मनीष,प्रकाश, मोनू, शिवराज,अर्जुन माली, बाबूलाल,किशन, सुन्दर बारी, लाडू जीनगर, माया,आशा, अन्नू, प्रेम, भंवरी, समेत माली (सैनी)समाज के अनेक सदस्य उपस्थित थे।