भीलवाड़ा, 26 मई। जिले के 6 चिकित्सा संस्थान जिसमें 1 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 3 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा 2 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण भारत सरकार के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के तहत क्वालिटी सर्टिफिकेट एसेसमेंट किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मुस्ताक खान ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बच्छखेडा व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सुवाणा का राष्ट्रीय मुल्याकंन किया जा चुका है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रूपाहेलीखुर्द व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ढिकोला का 27 मई तक व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सागानेरी गेट व चपरासी कॉलोनी का 29 मई से 30 मई तक व 31 ेमई से 01 जून तक भारत सरकार द्वारा गठित विशेष टीमों द्वारा एनक्यूएएस सर्टिफिकेषन हेतु निरीक्षण किया जायेगा।
राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन के तहत भारत सरकार द्वारा राजकीय चिकित्सा संस्थानों का मूल्यांकन करवाया जाता है। यह मूल्यांकन चार चरणों में किया जाता है जिसमें प्रथम चरण में संस्थान द्वारा स्वयं के स्तर पर, द्वितीय चरण में जिला स्तरीय टीम द्वारा, तृतीय चरण में राज्य स्तरीय टीम द्वारा मूल्यांकन किया जाता है। जो राजकीय चिकित्सा संस्थान 70 प्रतिषत से ज्यादा अंक प्राप्त करते हैं उनको भारत सरकार को नामित किया जाता है। भारत सरकार द्वारा गठित विशेष टीमों द्वारा इनका मूल्यांकन कर निर्धारित मानकों को पूरा करने पर इन्हें प्रमाणित किया जाता है। प्रमाणीकरण के तहत हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 3 साल तक 3 लाख रू. का पुरस्कार दिया जाता है।
वर्तमान में जिले में जिला चिकित्सालय शाहपुरा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिंगोली, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हुरडा राष्ट्रीय प्रमाणीकरण के तहत एनक्यूएएस सर्टिफाइड हो चुके है। इस क्रम में जिला चिकित्सालय शाहपुरा को 20 लाख रू. प्रति वर्ष एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिंगोली व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हुरडा को प्रति वर्ष 3 लाख रूपयें एनक्यूएएस सर्टिफाइड होने के पश्चात् तीन वर्ष तक प्रोत्साहन राषि के रूप में दिये जा रहे है।
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