मौलाना अबुल कलाम आजाद को किया याद
भीलवाड़ा (महेन्द्र नागौरी )मंगल वार को मौलाना अबुल कलाम आजाद की पुण्य तिथि (योमे वफात) पर स्थानीय गजाधर मानसिहका धर्मशाला मैं गांधीवादी विचारक वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश मानसिंहका के सानिध्य में पुण्यतिथि मनाई गई।
इस अवसर पर जगदीश मानसिंहका ने भारत रत्न अबुल कलाम आजाद राष्ट्रीय धरोहर बताते हुए प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के मंत्रिमंडल में शिक्षा मंत्री रहते हुए शिक्षा जगत में अपना पूर्ण योगदान देते हुए सद्भावना को भारत के लिए मूल सिद्धांत बताया।
जिलाध्यक्ष रियाज पठान ने बताया कि मौलाना अबुल कलाम आज़ाद या अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन एक प्रसिद्ध भारतीय मुस्लिम विद्वान थे।
वे कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। भारत की आजादी के बाद वे एक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक पद पर रहे। वे महात्मा गांधी के सिद्धांतो का समर्थन करते थे। भारत रत्न से नवाजा गया।
इस दौरान ऑल इंडिया राजीव गांधी ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानमल खटीक, प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद अली कायमखानी, पूर्व नगर परिषद चेयरमैन मंजू पोखरना, श्रीमती चंद्रकला नैनावटी, जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव मोहम्मद रफीक शेख, आरीफ काजी आदि मौजूद थे।